मैंनू पता नही मैं क्या चाहू,
अपने आप से एक वादा चाहू,
खुशी का साथ माँगू,
एक नज़र का इज़हार माँगू,
देख ज़रा आँखें छलकी जाये,
कोई पूछ ना ले इन्हें कहीं,
फिर से उन्हें हँसी में ओज़ल कर दू,
बेबसी और बेचेनी से लड़ती रहू,
किस दिशा जाना चाहे ढूँढु,
मन् बावरा बना इंतज़ार करे,
कब ख़ुदा अपने साथ कर ले...
~KrupA
:)
ReplyDeleteWhere di u write all these??...From Office or Home???
ReplyDeleteWrote it when I was in office...
ReplyDeleteKrupa